सरकारी काम की रीत
पति-पत्नी दोनों सरकारी अधिकारी थे, जिसमें पत्नी जो थीं वे एक रैंक छोटी अधिकारी थी ।
एक बार उनमें ऐसी खटपट हो गई की बोलचाल भी बन्द !
घर में तीसरा कोई नहीं था तो बड़ी तकलीफ हो गई ।
खैर, चूँकि दोनों सरकारी सेवक थे सो इस अबोले का भी हल निकाल लिया ।
नोट शीट के माध्यम से लिखा-पढ़ी करके बातचीत होने लगी ।
एक शाम जब पति महोदय घर आये तो पत्नी ने नोट शीट पेश कर दी : थके हुए लगते हैं, क्या चाय लेना चाहेंगे?
पति ने लिखा : यथा प्रस्तावित
पत्नी ने आगे भी लिखा : आदेश हो तो साथ में बिस्किट भी संलग्न किये जावे?
पति ने लिखा : अनुमोदित, किन्तु मात्र 2 ही स्वीकृत
इसी प्रकार नोट शीट पर लिख-लिख कर चाय-पानी, खाना पीना वगैरह चलने लगा..
किन्तु बातचीत बन्द ही थी
अचानक एक दिन पत्नी ने नोटशीट प्रस्तुत की :
मेरी माताजी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, चार दिनों के लिए मायके जाना चाहती हूँ, कृपया अवकाश स्वीकृत कर रिलीव करें।
पति ने लिखा : स्वीकृत, किन्तु "वैकल्पिक व्यवस्था" सुनिश्चित करने के पश्चात् ही अवकाश पर प्रस्थित होवें
पति मेडिकल लीव पर है
95% मेरे जैसे महान लोग नया पैन खरीदने के बाद सबसे पहले अपने सिग्नेचर ही करते हैं
संता- बीवी और गाड़ी में क्या फर्क होता है?
बंता- एक खराब है तो बंद हो जाती है और
दूसरी खराब होती है तो शुरू हो जाती है